राजस्थान न्यूज़: महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का 81 वर्ष की उम्र में निधन, उदयपुर में शोक की लहर

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राजस्थान न्यूज़: महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का 81 वर्ष की उम्र में निधन, उदयपुर में शोक की लहर

राजस्थान के ऐतिहासिक शहर उदयपुर से दुखद समाचार सामने आया है। मेवाड़ के पूर्व महाराणा और सिटी पैलेस के संरक्षक महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। इस खबर के सामने आते ही पूरे उदयपुर और मेवाड़ क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निवास स्थान शंभू निवास में गमगीन माहौल बना हुआ है, जहां परिजन, रिश्तेदार और शुभचिंतक उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हो रहे हैं।

शंभू निवास में शोक का माहौल

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन के बाद शंभू निवास में गहरी उदासी छा गई है। उनके पुत्र लक्षराज सिंह मेवाड़ अपने पिता के निधन से अत्यधिक दुखी हैं। वह शंभू निवास के बाहर सीढ़ियों पर भावुक होकर बैठे नजर आए, जहां उनके करीबी और परिवारजन उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे।

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़, जो मेवाड़ राजवंश के सम्माननीय सदस्य थे, उनके निधन से न केवल शाही परिवार बल्कि पूरे उदयपुर में शोक की लहर है। उनके पार्थिव शरीर को शंभू निवास में रखा गया है, जहां 17 मार्च की सुबह 7:00 बजे से आम जनता उनके अंतिम दर्शन कर सकती है।

लोगों का अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि अर्पण

उनकी अंतिम यात्रा 17 मार्च को दोपहर 11 बजे शुरू होगी। यह यात्रा उदयपुर के प्रमुख मार्गों से होते हुए महासतिया पहुंचेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ सकते हैं। राजपरिवार के सदस्य, राजनीतिक नेता, गणमान्य नागरिक और उनके प्रशंसक बड़ी संख्या में उपस्थित होंगे।

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का जीवन परिचय

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का जन्म 13 जनवरी 1943 को हुआ था। वह मेवाड़ राजवंश के सम्मानित सदस्य थे और उदयपुर के सिटी पैलेस के संरक्षक के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने जीवनभर मेवाड़ की संस्कृति और धरोहर को संरक्षित करने का कार्य किया। उनके योगदान को देश और विदेश में सम्मानित किया गया था।

उन्होंने मेवाड़ के ऐतिहासिक स्थलों और विरासत को सहेजने के लिए अनेक प्रयास किए। उनका नाम उन राजाओं में शामिल किया जाता है, जिन्होंने आधुनिक भारत में अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अगुवाई में सिटी पैलेस एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना और इसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हुई।

मेवाड़ में शोक की लहर

उनके निधन की खबर सुनते ही राजपरिवार के सदस्यों, स्थानीय नेताओं, व्यापारियों और नागरिकों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उदयपुर के मंदिरों में उनके सम्मान में विशेष प्रार्थना की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ केवल एक शासक नहीं थे, बल्कि मेवाड़ की संस्कृति और परंपराओं के जीवंत प्रतीक थे।

सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान

राजस्थान न्यूज़: महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ का 81 वर्ष की उम्र में निधन, उदयपुर में शोक की लहर

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ ने अपने जीवनकाल में अनेक सामाजिक और सांस्कृतिक परियोजनाओं में भाग लिया। उन्होंने शिक्षा, कला, और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी देखरेख में उदयपुर में अनेक सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं।

उदयपुर और राजस्थान पर प्रभाव

उनके निधन से न केवल मेवाड़ बल्कि पूरा राजस्थान शोकग्रस्त है। उदयपुर में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके द्वारा शुरू किए गए अनेक प्रोजेक्ट, जैसे कि विरासत संरक्षण और ऐतिहासिक स्थलों का पुनरुद्धार, उनकी यादों को जीवंत बनाए रखेंगे।

अंतिम संस्कार की तैयारियाँ

महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ की अंतिम यात्रा 17 मार्च को सुबह 11 बजे शंभू निवास से शुरू होगी। यह यात्रा उदयपुर के प्रमुख मार्गों से होती हुई महासतिया पहुंचेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मुख्य बिंदु:

  • पार्थिव शरीर शंभू निवास में आम जनता के दर्शनार्थ रखा गया है।
  • 17 मार्च सुबह 7:00 बजे से आम जनता श्रद्धांजलि अर्पित कर सकती है।
  • अंतिम यात्रा 11 बजे प्रारंभ होगी और महासतिया पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
  • उदयपुर के विभिन्न वर्गों में शोक की लहर, हजारों लोग अंतिम विदाई देने की तैयारी में।

श्रद्धांजलि और अंतिम विदाई

मेवाड़ के लोगों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। महाराणा अरविंद सिंह मेवाड़ ने अपने जीवन को संस्कृति और धरोहर के संरक्षण में समर्पित किया था। उनके जाने से मेवाड़ राजवंश की एक महान शख्सियत का अंत हो गया है, लेकिन उनकी यादें और योगदान हमेशा जीवित रहेंगे।

राजस्थान की जनता, राजपरिवार और सभी प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

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