Income Tax New Rules: संयुक्त फिक्स्ड डिपॉजिट पर इनकम टैक्स के नए नियम

Income Tax New Rules: संयुक्त एफडी क्यों होती है लोकप्रिय?
आजकल बहुत से लोग अपनी पत्नी या परिवारजनों के साथ मिलकर संयुक्त फिक्स्ड डिपॉजिट (Joint FD) में निवेश करते हैं। यह एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प माना जाता है। लेकिन अगर आपको इससे जुड़े Income Tax Rules की पूरी जानकारी नहीं है, तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
2. टैक्स नियम न जानने पर मुश्किलें
संयुक्त एफडी में निवेश करते समय सबसे बड़ी गलती लोग यह करते हैं कि वे टैक्स नियमों को नजरअंदाज कर देते हैं। परिणामस्वरूप, इनकम टैक्स विभाग से Tax Notice आ सकता है और आपको कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
Income Tax New Rules: फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज और टैक्स
फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्सेबल आय माना जाता है। आयकर विभाग के अनुसार यह आय “Income from Other Sources” की श्रेणी में आती है। इसलिए एफडी का ब्याज दिखाना अनिवार्य है।
टीडीएस (TDS) की प्रक्रिया
अगर किसी वित्तीय वर्ष में आपकी एफडी से ब्याज आय ₹10,000 से अधिक हो जाती है, तो बैंक स्वतः ही उस पर टीडीएस काट लेता है। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप समय पर ITR (Income Tax Return) फाइल करें।
Income Tax New Rules: टैक्स विभाग कैसे करता है जांच?
इनकम टैक्स विभाग सबसे पहले यह देखता है कि एफडी में पैसा किसके द्वारा निवेश किया गया है और खाता किसके नाम पर है। अगर पैसा और खाता धारक मेल नहीं खाते तो टैक्स विभाग को शक हो सकता है।
बेनामी लेनदेन क्या है?
Income Tax New Rules: बेनामी लेनदेन का अर्थ है कि आप अपनी कमाई या निवेश को किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर दर्ज करवा दें। उदाहरण के लिए, पैसा पति का हो लेकिन एफडी पत्नी के नाम पर हो, तो यह बेनामी लेनदेन माना जाएगा।
बेनामी संपत्ति अधिनियम 2016
Income Tax New Rules: इस अधिनियम के अनुसार, बेनामी लेनदेन को गैर-कानूनी माना गया है। यदि आयकर विभाग यह पाता है कि एफडी में लगाया गया पैसा किसी और का है, तो यह मामला बेनामी की श्रेणी में आता है और कार्रवाई हो सकती है।
8. टैक्स नोटिस क्यों आता है?
Income Tax New Rules: यदि आपके द्वारा की गई एफडी और उसमें लगाए गए पैसे का स्रोत मेल नहीं खाता, तो टैक्स विभाग संदेह कर सकता है। ऐसे मामलों में टैक्स अधिकारी स्रोत की जांच करते हैं और दस्तावेज मांगे जाते हैं।

नोटिस से बचने के उपाय
यदि आपके पास उचित दस्तावेज और स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं है, तो नोटिस आना तय है। इस स्थिति से बचने के लिए आवश्यक है कि आप संयुक्त एफडी करते समय पूरी पारदर्शिता बरतें और सही दस्तावेज रखें।
फॉर्म 15G और 15H का उपयोग
Form 15G और 15H का उपयोग टीडीएस से बचने के लिए किया जाता है। फॉर्म 15G 60 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए है, जबकि फॉर्म 15H वरिष्ठ नागरिकों के लिए। इन्हें तभी भरें जब आपकी कुल आय टैक्स सीमा से कम हो।
गलत जानकारी देने पर खतरा
अगर आप इन फॉर्म्स में गलत जानकारी देते हैं तो इसे Tax Evasion माना जाएगा। ऐसे मामलों में आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। इसलिए इन फॉर्म्स का उपयोग सोच-समझकर करें।
संयुक्त एफडी का सही तरीका
संयुक्त एफडी खोलते समय दोनों निवेशकों का योगदान स्पष्ट होना चाहिए। अगर पति-पत्नी दोनों काम करते हैं तो उन्हें अपनी-अपनी आय के अनुपात में निवेश करना चाहिए।
ब्याज आय का सही वितरण
टैक्स रिटर्न भरते समय ब्याज आय को दोनों निवेशकों के हिस्से के अनुसार बांटना चाहिए। इससे पारदर्शिता बनी रहती है और भविष्य में किसी कानूनी परेशानी से बचा जा सकता है।
Income Tax New Rules : निष्कर्ष और सलाह
संयुक्त एफडी निवेश का अच्छा विकल्प है, लेकिन यह तभी फायदेमंद है जब इसे कानूनी तरीके से किया जाए। हमेशा सही दस्तावेज रखें, बेनामी लेनदेन से बचें और टैक्स नियमों का पालन करें। किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। टैक्स कानून समय-समय पर बदलते रहते हैं, इसलिए नवीनतम अपडेट के लिए आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट देखें और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद लें। fd benifit. today news stor